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विश्व के 100 बड़े हिन्दी साहित्‍यकारों में राजस्‍थान के सांभरिया का 15वाँ स्‍थान

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जयपुर, 09 सितम्‍बर : भारतीय विद्या परिषद, पटना एवं अखिल भारतीय साहित्‍य परिषद, नई दिल्‍ली के संयुक्‍त तत्‍वावधान में वर्ष 2023-24 के लिए जारी विश्‍व के 100 वर्तमान हिन्‍दी साहित्‍यकारों की सूची में राजस्‍थान प्रदेश के साहित्यकार रत्नकुमार सांभरिया का 15वां स्थान रहा।

इसी प्रकार राही रैंकिंग द्वारा जारी वर्ष 2023 की सूची में उनका 22वाँ स्‍थान रहा। पहली सूची में प्रथम स्थान पर मैत्रेयी पुष्‍पा तथा दूसरी सूची में प्रथम स्‍थान पर ममता कालिया रहीं।

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श्री सांभरिया का साँपउपन्यास प्रकाशित होने के बाद साहित्य जगत में उनकी ख्याति बढ़ गई। सुब्रह्मण्‍य भारती साहित्‍य पुरस्‍कार से सम्‍मानित श्री सांभरिया देश के उन गिने-चुने साहित्यकारों में से एक हैं, जिनके साहित्य पर लगभग चालीस शोधार्थी या तो एम.फिल या पीएच. डी. कर चुके हैं अथवा कर रहे हैं। देश के 24 विश्वविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में उनकी कहानियाँ, लघुकथाएं एवं नाटक पढ़ाए जाते हैं।

उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रदेश के साहित्यकारों में खुशी की लहर- सी दौड़ गई है। प्रगतिशील लेखक संघ के प्रदेशाध्‍यक्ष श्री गोविंद माथुर जिला अध्‍यक्ष श्री अजय अनुरागी, वरिष्‍ठ साहित्‍यकार हरिराम मीणा, डॉ. आर.डी. सैनी, रमेश खत्री, प्रेमचंद गांधी, फारूक आफरीदी, डॉ. सत्‍यनारायण, कृष्‍ण कल्‍पित, मिठेश निर्मोही, नीलिमा टिक्‍कू, डॉ. हेतु भारद्वाज आदि साहित्‍यकारों ने उनको शुभकामनाएँ दी हैं।

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रमेश खत्री

वरिष्‍ठ साहित्‍यकार

मो. 8949861017